प्रदेश महिला मोर्चे में रानी बघेल की नियुक्ति मचायेगी भाजपायी राजनीति में बवाल
प्रदेशाध्यक्ष नीता पटेरिया ने की कार्यकारिणी की घोषणा : मुख्यमन्त्री की पत्नी सहित कई दिग्गजों के परिजन शामिल
सिवनी। प्रदेश भाजपा की महिला मोर्चे की कार्यकारिणी की धोषणा जिले की भाजपायी राजनीति में बवाल खड़ा कर सकती हैं। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से भाजपा में जाने वाली तथा बाद में भाजपा से निष्कासित नेत्री रानी बघेल के प्रदेश कार्यकारिणी में शामिल किये जाने से भाजपायी भौंचक हैं। जिस समिति में मुख्यमन्त्री की पत्नी साधना सिंह प्रदेश के कई वरिष्ठ भाजपा नेताओं के परिजनों के साथ यह नियुक्ति उचित नहीं ठहरायी जा रही हैं। प्रदेश की अध्यक्ष नीता पटेरिया केे सिवनी जिले से होने कारण इस नियुक्ति से उनके विरोधियों के हाथ में एक अच्छा मसाला लग गया हैं। जिला भाजपा के अध्यक्ष सुजीत जैन ने भी इस बात की पुष्टि की हैं कि रानी बघेल को अभी वापस नहीं लिया गया हैं।
प्रदेश भाजपा के महिला मोर्चे की अध्यक्ष नीता पटेरिया ने प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा कर दी हैं। इसमें जिले की वरिष्ठ महिला नेत्री सुशीला चौरसिया के साथ ही युवा महिला नेत्री रानी बघेल को भी शामिल किया गया हैं।इस नियुक्ति को जिले के भाजपाइयों ने आश्चर्य के साथ देखा हैं।
उल्लेखनीय हैं कि रानी बघेल ने कांग्रेस से पहला जनपद चुनाव जीता था। लेकिन विधानसभा चुनाव के दौरान केवलारी क्षेत्र के पलारी कस्बे में मुख्यमन्त्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में उन्होंने भाजपा की सदस्यता ले ली थी। इसके जब भाजपा ने उन्हें जनपद चुनाव में अधिकृत प्रत्याशी नहीं बनाया तो वे बागी होकर चुनाव लड़ ली थीं। इस कारण जिला भाजपा ने रानी बघेल को निष्कासित कर दिया था। उसके बाद भी उनकी नियुक्ति अनुशासित कहलाने वाली भाजपा के लिये विचारणीय प्रश्न हैं। भले ही प्रदेश में दूसरी पार्टियों से भाजपा में आकर काम और पदों के इन्तजार में बड़े बड़े नेता रास्ता देख रहें हों लेकिन सिवनी जिले में ऐसा नहीं हैं। ब्लकि यहान्तो निष्कासित नेताओं को भी पदों से नवाजा जा रहा हैं।
प्रदेश महिला मोर्चे की कार्यकारिणी में मुख्यमन्त्री शिवराजसिंह चौहान की पत्नी साधना सिंह के अलावा सहकारिता मन्त्री गौरी शंकर बिसेन की पत्नी रेखा बिसेन सहित कई वरिष्ठ भाजपा नेताओं के परिजन शामिल हैं ऐसी परिस्थिति में एक निष्कासित भाजप नेत्री का उनके साथ बैठकों में बैठना कैसा लगेगार्षोर्षो यह एक विचारणीय प्रश्न हैं। महिला मोर्चे केी प्रदेश अध्यक्ष चूंकि जिले की विधायक नीता पटेरिया हें इसलिये इस नियुक्ति को भाजपायी गुटबन्दी से जोड़कर देखा जा रहा हैं। जिला भाजपा अध्यक्ष सुजीत जैन ने भी इस बात की पुष्टि की हैं कि रानी बघेल को अभी तक भाजपा में वापस नहीं लिया गया हैं।
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