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Tuesday, April 6, 2010

ऐसे बनी सुजीत के लिये आम सहमति
नरेश अशोक भिड़न्त में जिला भाजपा के अध्यक्ष बने सुजीत जैन

सिवनी। भारी आपाधापी और आरोप प्रत्यारोपों के बाद अन्तत: सुजीत जैन का चयन जिला भाजपा अध्यक्ष के लिये कर लिया गया हैं। पूर्व विधायक नरेश दिवाकर और को आपरेटिव बैंक के अध्यक्ष अशोक टेकाम के बीच मची धमासान ने दोनोें के दावों को कमजोर कर दिया। इसी बीच आदिवासी विधायक द्वय शशि ठाकुर और कमल मर्सकोले के नाम भी उछले तो जवाब में वर्तमान अध्यक्ष सुदर्शन बाझल को ही रिपीट करने की भी बात आयी। सिवनी विधायक नीता पटेरिया के नरेश विरोध ने भी रंग दिखाया। बीते कई दिनों से भाजपा के संगठन चुनावों की प्रक्रिया जारी थी। मंड़ल के चुनावों के बाद 3 अप्रेल को जिला भाजपा अध्यक्ष का चुनाव होना था। लगभग सभी भाजपा नेताओं को यह मालूम था कि यदि आम सहमति नहीं बनी तो प्रदेश के निर्देश पर ही निर्णय लिया जायेगा। इस पद के लिये प्रमुख रूप से नरेश दिवाकर और अशोक टेकाम के बीच कशमशकश चल रही थी। दोनों ही तरफ से दांव पेंच खेले जा रहे थे। आदिवासी नेता टेकाम को दरकिनार करने के लिये विधायक शशि ठाकुर और कमल मर्सकोले का नाम भी चलाया गया। जब आदिवासी वर्ग से ये नाम चले तो जवाब में निवर्तमान अध्यक्ष सुदर्शन बाझल को ही रिपीट करने का दांव भी फेंका गया। ऐसा नहीं था कि इन नामों को चलाने वाले उनके समर्थक थे वरन सामने वाले का दावा कमजोर करने के लिये ये नाम एक रणनीति के तहत आगे बढ़ाये जा रहे थे। इसी बीच जब ऐसा लगने लगा कि अशोक टेकाम का नाम कट गया हैं और नरेश दिवाकर अध्यक्ष बन सकते हैं तो सिवनी की विधायक नीता पटेरिया ने इसका तीखा विरोध किया। टिकिट मिलने से लेकर आज तक नरेश से हलाकान रहीं नीता को संगठन उनके हाथों जाते देखना नहीं सुहाया और उन्होंने अपनी आपत्ति दर्ज करा दी थी। इसी बीच अन्य कुछ दावेदारों ने दरेश और अशोक दोनों को छोड़कर पांच छ: नामों का पैनल आगे बढ़ाया तथा कहा कि इनमें से किसी को भी बना दो हमें आपत्ति नहीं हैं। इन नामों पर प्रदेश के नेताओं ने राय शुमारी की और यह निर्देशित किया कि वरिष्ठ भाजपा नेता डॉ. ढ़ालसिंह बिसेन इस पद के लिये सुजीत जैन के नाम का प्रस्ताव रखेंगें और सर्वसम्मति से उनका निर्वाचन घोषित कर दिया जायेगा। भाजयुमो के महासचिव के रूप में अपना संगठनात्मक राजनैतिक सफर शुरू करने वाले सुजीत जैन नप में पार्षद तथा जल कर्म समिति के अध्यक्ष रहे। इसके साथ ही भाजपा के नगर मंड़ल के वे निर्वतमान अध्यक्ष भी थे। इस चुनाव में भाजपा के प्रदेश नेतृत्व ने सुजीत जैन के अनुभवी कंधों पर अपना विश्वास व्यक्त किया हैं और जिले की कमान उनके हाथों में सौंप दी हैं।

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