जनगणना,परिसीमन को लेकर शिवराज ने चुटकी ले हरवंश और ढ़ालसिंह का लिया मजा
सिवनी। मोगली महोत्सव में मुख्यमन्त्री शिवराजसिंह चोहान नेजनगणना और परसीमन को लेकर हरवंश और ढ़ालसिंह से बातचीत में चुटकी लेकर मजा लिया। बताते हैं कि इस दौरान जनगणना को लेकर चर्चा चल रही थी। इस दौरान शिवराज के साथ इंका विधायक हरवंश सिंह,पूर्व मन्त्री ढ़ालसिंह बिसेन,नरेश दिवाकर विधायक कमल मर्सकोले सहित कई नेता मौजूद थे। जनगणना की चर्चा के दौरान शिवराज ने कहा कि पिछली बार तो परिसीमन में जनसंख्या के खेल ने जिले का राजनैतिक खेल ही बदल दिया था। उन्होंने इंका विधायक हरवंश सिंह की ओर इशारा करते हुये कहा कि ये तो मजे में रहें। फिर डॉ.ढालसिंह की तरफ देखते हुये चुटकी ली कि और इनका खेल बिगाड़ दिया। यहां यह विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि परिसीमन में विलुप्त प्रस्तावित केवलारी क्षेत्र बच गया था जहां से परिसीमन आयोग के सह सदस्य इंका विधायक हरवंश सिंह चुनाव लड़ते हें तथा बरघाट विस क्षेत्र आदिवासी वर्ग के लिये आरक्षित हो गया था जो बिसेन का परंपरागत क्षेत्र था। भाजपा ने पिछला चुनाव डॉ. बिसेन को केवलारी से हरवंश सिंह के विरुद्ध लड़वाया था जहां से चुनाव हार गये हैं। हरवंश सिंह के चुनाव जीतने फिर विधानसभा का निZविरोध उपाध्यक्ष बनने के बाद से हरवंश और शिवराज के सम्बंधों के राज को लेकर सियासी हल्कों में तरह तरह की चर्चायें होते रहतीं हैं। इन हालात में इशारों ही इशारों में मुख्यमन्त्री द्वारा कही गई बात को समझने वाले नेता इस चर्चा का अपने अपने ढ़ंग से अर्थ निकाल कर मजा ले रहे हैं।
सिवनी। मोगली महोत्सव में मुख्यमन्त्री शिवराजसिंह चोहान नेजनगणना और परसीमन को लेकर हरवंश और ढ़ालसिंह से बातचीत में चुटकी लेकर मजा लिया। बताते हैं कि इस दौरान जनगणना को लेकर चर्चा चल रही थी। इस दौरान शिवराज के साथ इंका विधायक हरवंश सिंह,पूर्व मन्त्री ढ़ालसिंह बिसेन,नरेश दिवाकर विधायक कमल मर्सकोले सहित कई नेता मौजूद थे। जनगणना की चर्चा के दौरान शिवराज ने कहा कि पिछली बार तो परिसीमन में जनसंख्या के खेल ने जिले का राजनैतिक खेल ही बदल दिया था। उन्होंने इंका विधायक हरवंश सिंह की ओर इशारा करते हुये कहा कि ये तो मजे में रहें। फिर डॉ.ढालसिंह की तरफ देखते हुये चुटकी ली कि और इनका खेल बिगाड़ दिया। यहां यह विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि परिसीमन में विलुप्त प्रस्तावित केवलारी क्षेत्र बच गया था जहां से परिसीमन आयोग के सह सदस्य इंका विधायक हरवंश सिंह चुनाव लड़ते हें तथा बरघाट विस क्षेत्र आदिवासी वर्ग के लिये आरक्षित हो गया था जो बिसेन का परंपरागत क्षेत्र था। भाजपा ने पिछला चुनाव डॉ. बिसेन को केवलारी से हरवंश सिंह के विरुद्ध लड़वाया था जहां से चुनाव हार गये हैं। हरवंश सिंह के चुनाव जीतने फिर विधानसभा का निZविरोध उपाध्यक्ष बनने के बाद से हरवंश और शिवराज के सम्बंधों के राज को लेकर सियासी हल्कों में तरह तरह की चर्चायें होते रहतीं हैं। इन हालात में इशारों ही इशारों में मुख्यमन्त्री द्वारा कही गई बात को समझने वाले नेता इस चर्चा का अपने अपने ढ़ंग से अर्थ निकाल कर मजा ले रहे हैं।
Hi, just visited your blog first time, and found it quite interesting. Nice post indeed. Thanks for sharing it to all
ReplyDeleteRegards
Ramakant
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thanks
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