मलारा पुल पर शुरू हुयी श्रेय लेने की होड़-
जिला भाजपा के महामन्त्री डॉ. प्रमोद राय ने प्रेस केा जारी एक विज्ञप्ति में जिले के इकलौते इंका विधायक और प्रदेश काग्रेस के उपाध्यक्ष हरवंश सिह पर आरोप लगाया हैं कि वे केवल श्रेय लेने की राजनीति करते हैं। बैनगंगा नदी के जिस मलारा घाट के पुल बनने के लिये स्वीकृत के लिये मिले 239 करोड़ की रुपये की राशि की स्वीकृति का श्रेय वे हरिवंश सिंह ले रहें हैं उसे मुख्यमन्त्री शिवराज सिंह चौहान ने 2008 में जन आशीZवाद रैली में घोषित किया था। यहां डॉ. प्रमाद राय भी यह परहेज गये कि इस पुल की मांग भाजपा के पूर्व मन्त्री एवं केवलारी क्षेत्र के संभावित भाजपा प्रत्याशी डॉ. ढ़ालसिंह बिसेन अपने भाघण में कही थी और यह भी उल्लेख किया था कि बरसात में केवलारी टापू बन जाता हैं। प्रमोद राय ने अपनी विज्ञप्ति में यह भी उल्लेख किया हैं कि दस साल तक दिग्गी दरबार में हरवंश सिंह की गिनती प्रमुख मन्त्रियों में हुआ करती थी। इसी के चलते बिना स्वीकृति के ही मलारा में शिलान्यास भी कर दिया था।उल्लेखनीय है कि हाल ही में स्वीकृति के बाद हरवंश सिंह ने आभार व्यक्त करने के साथ साथ पी.डबल्यू.डी. मन्त्री को शिलान्यास करने के लिये आन्त्रमित भी किया हैं। ऐसी परिस्थिति में यदि वे शिलान्यास के लिये आते हैं तो इशारे पर ही इसका विरोध हो सकता हैं कि कांग्रेस सरकार में इसका शिलान्यास तो हो चुका था फिर भाजपा सरकार दोबारा शिलासन्यास क्यों करा रही हैंर्षोर्षोदृढ़ इच्छा शक्ति की बात का उल्लेख करते हुये यह भी कहा गया हैं कि इसी के चलते पूर्व मन्त्री विमला वर्मा ने भीमगढ बांध बनवाया और आज यह क्षेत्र मिनी पंजाब कहलाता है लेकिन हरवंश सिंह में इसकी कमी है।इसी कारण वे झूठी वाह वाही लूटने के लिये ऐसी हरकतें करते रहते हैं।़ इसके लिये वे जनता से माफी मांगे।
जिला भाजपा के महामन्त्री डॉ. प्रमोद राय ने प्रेस केा जारी एक विज्ञप्ति में जिले के इकलौते इंका विधायक और प्रदेश काग्रेस के उपाध्यक्ष हरवंश सिह पर आरोप लगाया हैं कि वे केवल श्रेय लेने की राजनीति करते हैं। बैनगंगा नदी के जिस मलारा घाट के पुल बनने के लिये स्वीकृत के लिये मिले 239 करोड़ की रुपये की राशि की स्वीकृति का श्रेय वे हरिवंश सिंह ले रहें हैं उसे मुख्यमन्त्री शिवराज सिंह चौहान ने 2008 में जन आशीZवाद रैली में घोषित किया था। यहां डॉ. प्रमाद राय भी यह परहेज गये कि इस पुल की मांग भाजपा के पूर्व मन्त्री एवं केवलारी क्षेत्र के संभावित भाजपा प्रत्याशी डॉ. ढ़ालसिंह बिसेन अपने भाघण में कही थी और यह भी उल्लेख किया था कि बरसात में केवलारी टापू बन जाता हैं। प्रमोद राय ने अपनी विज्ञप्ति में यह भी उल्लेख किया हैं कि दस साल तक दिग्गी दरबार में हरवंश सिंह की गिनती प्रमुख मन्त्रियों में हुआ करती थी। इसी के चलते बिना स्वीकृति के ही मलारा में शिलान्यास भी कर दिया था।उल्लेखनीय है कि हाल ही में स्वीकृति के बाद हरवंश सिंह ने आभार व्यक्त करने के साथ साथ पी.डबल्यू.डी. मन्त्री को शिलान्यास करने के लिये आन्त्रमित भी किया हैं। ऐसी परिस्थिति में यदि वे शिलान्यास के लिये आते हैं तो इशारे पर ही इसका विरोध हो सकता हैं कि कांग्रेस सरकार में इसका शिलान्यास तो हो चुका था फिर भाजपा सरकार दोबारा शिलासन्यास क्यों करा रही हैंर्षोर्षोदृढ़ इच्छा शक्ति की बात का उल्लेख करते हुये यह भी कहा गया हैं कि इसी के चलते पूर्व मन्त्री विमला वर्मा ने भीमगढ बांध बनवाया और आज यह क्षेत्र मिनी पंजाब कहलाता है लेकिन हरवंश सिंह में इसकी कमी है।इसी कारण वे झूठी वाह वाही लूटने के लिये ऐसी हरकतें करते रहते हैं।़ इसके लिये वे जनता से माफी मांगे।
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